Satish Anand Biography in Hindi | सतीश आनंद कौन है?

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motivational speaker Satish Anand

Satish Anand Biography in Hindi – आज आपको हम ऐसे शख्स के बारे में बताने जा रहे है, जो कभी एक नौकरी पाने लिए जगह जगह भटकते थे और आज मोटिवेट के रूप में एक मोटिवेशनल स्पीकर है। आज आप जानेंगे सतीश आनंद कौन है? तथा कैसे उन्होंने अपने जीवन में संघर्ष किया? 

सतीश आनंद जी पेशे से एक मशहूर मोटिवेशनल स्पीकर है जो कि नौतनवा के गोरखपुर से 90 किलोमीटर दूर नेपाल बॉर्डर के पास रहते थे। अपनी मुश्किल परिस्थितियों से निकलकर आज यह ,एक ट्रेनर ,बिहेवियर ट्रेनर तथा इंटरनेशनल ऑथर  है जिनकी बुक पूरे भारत में लोकप्रिय है ।

Satish Anand Biography in Hindi

सतीश आनंद जी का जीवन काफी संघर्षपूर्ण रहा है ।जैसा कि ऊपर बताया गया है कि सतीश जी नौतनवा में गोरखपुर के छोटे से कस्बे में पैदा थे। वह सड़क के किनारे एक झोपड़पट्टी में रहते थे। यह ऐसे स्कूल में पढ़ते थे जहां उनके आदरणीय पिताजी उसी स्कूल में टॉयलेट में झाड़ू मारने का काम करते थे। घर में पैसे की बहुत तंगी थी। इसलिए यह टूटे फूटे झोपड़ी में रहते थे .

यह दृश्य देखकर सतीश जी को बहुत अफसोस होता था। अपने परिवार की आर्थिक हालत ठीक करने के लिए घर से बिना बताए चले गए एक नौकरी ढूंढने के लिए। जहां वे कुछ पैसे कमाकर परिवार की मदद कर सके. और इसी सोच से ट्रेन में बैठकर लखनऊ शहर आ पहुंचे। उस जगह पर पहली बार आने के कारण उन्हें कोई काम नहीं मिल पाया. काफी मेहनत के बाद उन्हें किसी ढाबे पर नौकर के रूप में काम मिल गया .

Satish Anand Struggle

ढाबे पर काम कुछ समय तक काम करने के लिए सतीश आनंद जी को कुछ पैसे दिए जाते थे। जिससे सतीश जी अपना गुज़ारा करते थे। लेकिन कुछ समय बाद सतीश आनंद जी को कॉल सेंटर में नौकरी मिलती है जिसके उन्हें 6500 हजार रुपए काम करने के लिए मिलते थे। सतीश आनंद जी बताते है की यह पल उनके जीवन का सबसे अहम् पल था. क्योकि सतीश जी एक ऐसी नौकरी चाहते थे जिससे वह अपने परिवार के आर्थिक हालत में मदद कर सके .

अपनी मेहनत के बल पआज अपने हुनर और काबिलियत के दम पर मोटिवेशनल स्पीकर तथा इंटरनेशनल ऑथर है।र आज वह मोटिवेशन  से लेकर ट्रेनर तथा इंटरनेशनल ऑथर भी है। सतीश आनंद जी द्वारा लिखी गई बुक circumstances grew him up, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ आदि और भी प्रचलित है।

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 Note – We Give The Credit Of This Post To Satish Anand Because This Entire Biography Is Based On The Life Of Satish Anand. so We Have Just Made A Small Effort To Shine A Light On His Life.