r Ashwin biography in Hindi
About R Ashwin In Hindi – आज आप जानेंगे दुनिया के सबसे सफल स्पिन गेंदबाज R Ashwin के जीवन के बारे में . तथा उनसे जुड़ी कुछ खास बातों के बारे में . वैसे तो हर क्रिकेट के टीम के पास कोई ना कोई एक बेहतरीन गेंदबाज होता है. जो कि अपना शानदार प्रदर्शन करने में किसी भी तरह का कसर नहीं छोड़ते.
ऐसे ही हमारे भारत के स्पिन गेंदबाज आर अश्विन भारतीय क्रिकेट टीम के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है. जिससे भारतीय क्रिकेट टीम को ज्यादातर मैचों में जीत का स्वाद देखने को मिलता है. यही नहीं उन्होंने अपनी गेंदबाजी के जरिए कई कीर्तिमान तथा वर्ल्ड रिकॉर्ड स्थापित किए है. चलो जानते है की भारतीय क्रिकेट गेंदबाज r ashwin kaun hai?
आर आश्विन का पूरा नाम रविचंद्रन आश्विन है. जो की एक भारतीय क्रिकेट खिलाडी है. रविचंद्रन आश्विन अपनी गेंदबाज़ी के लिए पुरे विश्व प्रसिद्ध है. यह पुरी दुनिआ में सबसे सफल स्पिन गेंदबाज़ो में गिने जाते है. और यही नहीं रविचंद्रन आश्विन टेस्ट क्रिकेट मैच में सबसे तेज़ 400 विकेट लेने वाले विश्व के दूसरे तथा भारत के पहले खिलाडी बने खिलाडी बने.
Ravichandran Ashwin Biography In Hindi
Name/नाम | रविचंद्रन अश्विन |
dOB/जन्म तिथि | 17 September 1986 ( चेन्नई ,तमिलनाडु ) |
profession/व्यवसाय | भारतीय क्रिकेटर |
Parents/माता-पिता | चित्रा – रविचंद्रन |
Wife/पत्नी | प्रीति नारायण |
Children/बच्चे | आध्या आश्विन / अखिरा आश्विन |
nationality/राष्ट्रीयता | भारतीय |
IPL Team/आईपीएल टीम (2021 ) | दिल्ली कैपिटल |
r Ashwin biography in Hindi language
आरअश्विन के नाम टेस्ट क्रिकेट में 50 मैचों में 251 विकेट लेने का वर्ल्ड रिकॉर्ड है. जोकि अब तक इस रिकॉर्ड को कोई भी तोड़ नहीं पाया है. इस रिकॉर्ड को बनाने वाले रविचंद्रन अश्विन ने अपनी गेंदबाजी की जरिये भारतीय क्रिकेट टीम में महत्वपूर्ण योगदान दिया है. अपनी गेंदबाजी का प्रदर्शन करते हुए उन्होंने भारतीय लोगों के दिलों में ऐसी अपनी छाप छोड़ दी है. जिसकी वजह से यह काफी लोकप्रिय है.
रविचंद्रन अश्विन का जन्म 17 सितंबर 1986 को तमिलनाडु के चेन्नई शहर मे हुआ था. इनके पिता का नाम रविचंद्रन तथा मां का नाम चित्रा अश्विन है. अश्विन के पिता एक फास्ट बॉलर थे, जो कि क्लब लेवल पर मैच खेला करते थे,रविचंद्रन अश्विन ने अपनी शिक्षा पद्म शेषाद्री बाला भवन और सेंट बेडे से की। उन्होंने (SSN) एसएसएन कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में भाग लिया और सूचना प्रौद्योगिकी में बीटेक के साथ स्नातक किया.
आश्विन को जब भी अपने स्कूल से क्रिकेट खेलने का मौका मिला तब वह क्रिकेट के तौर पर बल्लेबाजी करते थे. लेकिन 14 साल की उम्र में उनके साथ एक दुर्घटना के दौरान चोट के चलते रविचंद्रन आश्विन को लंबे समय तक बिस्तर पर रहना पड़ गया था. लेकिन बाद में वापसी करके क्रिकेट खेलने के लिए गेंदबाजी को चुना और अपनी बारीकियों के ऊपर ध्यान देकर अपनी गेंदबाजी पर काफी नियंत्रण पा लिया। तब तक इन्होंने अपनी इंजीनियरिंग की पढ़ाई में आईटी के जरिए बीटेक को पूरा किया। और यहीं से अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत की.
Ravichandran Cricket career
रविचंद्रन अश्विन ने अपनी गेंदबाजी के प्रदर्शन के जरिए सभी को प्रभावित किया. जिसके चलते इन्हे बड़े स्तर पर क्रिकेट खेलने का मौका मिला और बड़े स्तर के क्रिकेट खेलने के लिए रविचंद्रन आश्विन ने गेंदबाजी में और सुधार किया। जिसके लिए आश्विन को अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत फर्स्ट क्लास क्रिकेट 2006 में करने को मिली। जहां वे अपनी घरेलू टीम तमिलनाडु की ओर से खेले। और जहां उन्होंने कई विकेट निकलकर अपनी टीम तमिलनाडु में अहम योगदान दिया.
अपने इसी अच्छे प्रदर्शन के चलते R Ashwin को 2009 के आईपीएल मे चेन्नई सुपर किंग की टीम में शामिल कर लिया गया. लेकिन आश्विन को दो मैचों में ही खिलाया गया.जहाँ वे अपने प्रदर्शन को सफल बनाने में असफल हुए. लेकिन अगले आईपीएल ( इंडियन प्रीमियर लीग ) 2010 में सबसे ज्यादा विकेट लेकर पर्पल कैप होल्डर से सम्मानित किये गए.
Year | Team |
---|---|
2006 – 2007 | Tamilnadu/तमिलनाडु |
2008 – 2015 | CSK/चेन्नई सुपर किंग्स |
2016 – 2017 | RPS/राइजिंग पुणे सुपरजायंट |
2018 – 2019 | PK/पंजाब किंग्स |
2020 – 2021 | DC/दिल्ली कैपिटल्स |
International cricket debut
आईपीएल में अपनी गेंदबाजी का प्रदर्शन को लोगों के सामने रखने के कारण उन्होंने अपने वनडे क्रिकेट करियर की शुरुआत जून 2010 को श्रीलंकाई टीम के खिलाफ की. जहां उन्हे गेंदबाजी करने के साथ साथ बैटिंग करने का भी मौका मिला। तथा इसके 1 हफ्ते बाद उन्होंने अपने टी20 करियर की शुरुआत 12 जून 2010 को ज़िम्बाव्वे क्रिकेट टीम के खिलाफ की. जहां उन्होंने अपने बेहतरीन प्रदर्शन का फॉर्म जारी रखा और अपनी इसी अच्छे प्रदर्शन के कारण उन्होंने अपने टेस्ट क्रिकेट करियर की शुरुआत 6 नवंबर 2011 को वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम के खिलाफ की.
गेंदबाज़ी के साथ साथ बैटिंग करते हुए ऑलराउंडर की भूमिका निभाई। जिससे यह वर्तमान में गेंदबाजी करने के साथ-साथ ऑलराउंडर के नाम से भी जाने जाते है. अपने इसी शानदार प्रदर्शन के चलते उन्होंने भारतीय तथा विश्व के लोगों के दिलों में अपनी छाप छोड़ दी. इसके लिए भारत में ही नहीं बाकी देशों में भी काफी लोकप्रिय हो चुके है. यही नहीं इनके नाम टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने का वर्ल्ड रिकॉर्ड है. जो कि 50 मैचों में 257 विकेट लेने का एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है. आज इतने पॉपुलर हो चुके हैं की इनका नाम बाहर देश में भी लिया जाता है.
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Note – We Give The Credit Of This Post To Ravichandran Ashwin Because This Entire Biography Is Based On The Life Of Ravichandran Ashwin. We Have Just Made A Small Effort To Shine A Light On His Life.